Mind की पावर Boost करने के लिए Diet
MIND हमारे शरीर के अंगों से सीधा जुड़ा होता हैं |यह HEART से BLOOD
ग्रहण करता हैं ,तथा blood से nutrients तथा आक्सीजन |मस्तिष्क के लिए सबसे ज्यादा
शक्तिशाली खुद कों सकारात्मक आत्मसुझाव
देना हैं ,अर्थात अपनी कार्यक्षमता ,शक्ति और खुद से जुड़ी अच्छी बातों के
लिए जिससे हम प्रेम करतेहैं , खुद को बार बार याद दिलाते रहना हैं |दूसरी खास बात
हैं ,खुद कों selective बने रहने का
प्रशिक्षण देना |दुनिया में अच्छाई {प्रेम,करुना,दया,समृद्धि..इत्यादि },बुराई
{नफरत,क्रोध ..इत्यादि .}दोनों हैं |हमे अपने हार्ड डिस्क कों अच्छाईयों से भरना
हैं |अच्छाईयों के लिए सेलेक्टिव होना हैं,बुराईयां खुद ब खुद चली जायेंगी जैसे
अँधेरे के नाश के लिए दिया जलाते हैं उसी तरह से |अक्सर लोग brain
power कों boost करने के लिए भोजन के
संदर्भ में मुझसे सलाह मांगते हैं |लिहाजा
यह पोस्ट मैं लिख रहा हूँ |
फलो व सब्जियों में
antioxidants एवं minerals होते हैं ,इनमे पर्याप्त मात्रा में fibres एवं vitamins होते हैं |vitamin C अत्यन्त प्रबल
antioxidants हैं |मस्तिष्क में इसकी ज्यादा मात्र होती हैं,और यह neurotransmitter खासकर dopamine के निर्माण में भाग लेता हैं |vitamin
E कों mother of all antioxidants कहा जाता हैं ,यह mineral selenium के साथ खाने
पर stress कम करता हैं |fibers आन्त्रो
कों साफ़ कर उन्हें constipation से मुक्त
रखता हैं जिससे vital energy बढती हैं ,और mind power boost होती हैं |
brain का food केवल glucose
हैं |जो खासकर अंगूर,गुड़,चुकन्दर dry fruits आदि में होता हैं | जब blood sugar
level कम हों जाता हैं ,तब brain के functions बहुत slow हों जाते हैं |blood
sugar के normal होने पर clarity of thought {विचारों की स्पष्टता }बढ़ जाती हैं |भोजन में यदि आप fat{चर्बी ,घी ,तेल
...}की मात्रा कम लेते हैं,तो ज्यादा बेहतर रहता हैं क्यूंकि जिस blood में fat की
मात्रा ज्यादा होती हैं ,वो बेहतर circulate
नही कर पाता और blood circulation का बेहतर level, hypothalmus,pituitary के function कों
improve करता हैं ,हालाँकि गाय का घी इसका अपवाद हैं ,मेरी दादी स्वर्गीय श्रीमती
रामदेई जिनके विचारों का स्पष्ट प्रभाव आप मेरे ब्लोगिंग पर पायेंगे ,वे मुझसे
अक्सर कहती थी “गाय का घी मानसिक असंतुलन ..अर्थात उर्जा असंतुलन ,यादशक्ति कमजोर
होने पर ,और शक्ति स्थायित्व की कमी में रामबाण हैं”आधुनिक विज्ञान भी इस बात
का समर्थन करता हैं,डेयरी के उत्पादों में सबसे अच्छा दही हैं ,जो
pro-biotic तकनीक से तैयार होता हैं |जब
आप starvation diet पर होते हैं तो आपका
brain भी .. ,आपके भूखे रहने के कारण कष्ट पाता हैं,जीरो फिगर के लिए
डायटिंग कर भूखा मरने से बचे...मस्तिष्क आपको दुवाये देंगा|
एक कहावत हैं ‘eat your
protien first,before you touch carbohydrates’.....हर प्रकार की दालें
,जई{oat},oat flour,aot meal,oat milk,dried beans....अखरोट,बादाम कों भोजन में
शामिल करना चाहिए |कुछ soya products कम fat वाले होने के साथ साथ उच्च amino
acids युक्त होते हैं ,जो neurotransmitters के समुचित संचालन हेतु आवश्यक होते
हैं |प्रोटीन के अच्छे विकल्पों में मछली और अलसी का तेल भी हैं ,जिनमे
ओमेगा-३ fatty acids भी होते हैं |सेब,संतरा
,गुलाब जल,अदरक,लीची ,मछली ,गाय का दूध ,लहसुन ,जिनसेंग आदि उत्तम आहार हैं |
जिनसेंग मस्तिष्क की
क्रिया कों नोर्मल करता हैं |यह heart beat,b.p.,और blood sugar के स्तर कों
सामान्य बनाये रखने में मदद करता हैं साथ ही endocrine activity तथा metabolism
क्रिया कों चुस्त-दुरुस्त रखता हैं |यह drugs,alcohal,chemotherapy,एवं अन्य
टोक्सिन के प्रति प्रतिरोधी भी हैं|इसका भी इस्तेमाल ब्रेन के उत्तम स्वास्थ्य के लिए होता
हैं |
Ginkgo Biloba{cognitive
inhancer}brain cells में acetylcholine recepter
की संख्या कों बढ़ाने में सहायता प्रदान करता हैं जिससे memory,thinking,विश्लेषण व
reasoning,तथा मानसिक सजगता बढती हैं |यह brain में blood circulation कों बेटर करता हैं |
आजकल
बाजार में प्रोसेस्ड फूड्स की भरमार हैं |इनकी क्वालिटी पर भरोसा नही किया जा सकता
,न ही इनके निर्माताओ के तरफ से तैयार की गयी विज्ञापनों पर |डिब्बा बंद भोजन ,नुक्सान
देह होते हैं इनसे कोलाईटीस का खतरा रहता हैं ,जो की एक गंभीर आंत्रीय रोग हैं |
memory कम या ज्यादा नही होती
यह सिर्फ trained या untrained होती हैं ,
:) अगली बार जब भाभी जी {आपकी धर्मपत्नी }या भैया
जी {आपके पति} आपसे कहें की “जब भगवान बुद्धि बाँट रहे थे तो तुम कहा थे/थी ...तो
कदापि मत कहियेंगा ,की “तुम्हारे साथ फेरे ले रही थी/रहा था “....| :)
बल्कि खुद कों अच्छी मेमोरी के लिए ट्रेन करना हैं ,ऐसा संकल्प किजियेंगा ,भाई मैं तो अभी से प्रैक्टिस करने लगा हूँ ..:)
बल्कि खुद कों अच्छी मेमोरी के लिए ट्रेन करना हैं ,ऐसा संकल्प किजियेंगा ,भाई मैं तो अभी से प्रैक्टिस करने लगा हूँ ..:)
लेखन -डॉ अजय
Ek Dr.blogger mitt hone ka phayda hai
ReplyDeleteek sangrahniy post padhane ke liye Mila
shukriya aur aabhar
God Bless U
एक डॉ ब्लोगर मित्र मिलने का फायदा ,
ReplyDeleteएक संग्रहणीय आलेख पढ़ने को मिला ....
शुक्रिया और आभार इस पोस्ट के लिए
हार्दिक शुभकामनायें
nice and informative post..
ReplyDeletethanks
ANU
thanx to tell this blog @ajay
ReplyDeleteअजय जी ,
ReplyDeleteशुक्रिया मेरे लेख पसंद करने के लिए , बस एक छोटी सी कोशिश है अपने आप को motivate करने और +tive रखने की !
आज आपका ब्लॉग -अजय असीम देखा ……. साधुवाद……. अच्छा लिखते है आप ………।
keep it up………. डॉ नीरज
Wakai sambhal kar rakhne layak aalekh ...abhar ajay ji
ReplyDeleteI actually enjoyed reading through this posting.Many thanks.
ReplyDeleteEmerging Epidemic | Unlimited potential