मित्रो ! अपना जीवन साथी कैसे चुने ?के लिखने के बाद अब प्रेग्नेंसी पर एक विस्तृत लेख माला प्रस्तुत करने जा रहा हूँ |अपने विचारो / प्रश्नों से अवगत कराते रहियेंगा|
मातृत्व की तैयारी -5
प्रथम त्रिमास के लिए टेस्ट-
लम्बाई/वजन
रक्तचाप
urine टेस्ट (:एल्बुमिन और शुगर की जांच के लिए )
ब्लड ग्रुप और Rh फैक्टर
ब्लड शुगर {Fasting and Post Parandial}
CBC(COMPLETE BLOOD COUNT)
Thyroid Function Test
Blood Test for HIV,HepatitisB,Rubella,VDRL(Venereal Disease Reserch Laboratory)
Ultrasound
HPCL की जांच थैलसीमिक स्क्रीनिंग के लिए
प्रथम त्रिमास के लिए विशिष्ट टेस्ट-
HcG
PAPP-A(Pregnancy Associated placental protien-A)
Maternal Serum Alpha Fetoprotien (MSAFP)
ULTRASOUND-
अल्ट्रासाउंड
NT(Nuchal translucency)और NB(Nasal Bone)
अल्ट्रासाउंड को जाते समय
पेशाब रोक कर जाना चाहिए ,गायनेकोलाजिस्ट पेट पर gel लगाते हैं ,और कई बार माउस जैसे यंत्र को पेट
पर घुमाते हैं ,जिससे फीटस का स्कैन चित्र मोनिटर पर आता हैं ,फीटस के फोटो ग्राफ
को भविष्य के लिए सुरक्षित कर लिया जाता हैं |
Rh Blood Group-
यदि स्त्री Rh निगेटिव तथा उसका
पति Rh पोजिटिव हैं तो बच्चे के भी Rh पोजिटिव होने की सम्भावना हैं ,बच्चे
के जन्म के समय ,बच्चे का ब्लड माँ के ब्लड सर्कुलेशन में मिलता हैं तो माँ के
शरीर में एन्टीबाडी बनने लगती हैं ,अगला बच्चा यदि Rh पोजिटिव हैं तो उसमे पीलिया
और एनीमिया होने की सम्भावना बढ़ जाती हैं ,इस समस्या को दूर करने के लिए गर्भ के
28 वें हफ्ते एवं बच्चे के जन्म के 72 घंटे के भीतर Rh निगेटिव माँ को Anti-D
immunoglobin का इंजेक्शन दिया जाता हैं |,प्रत्येक डिलीवरी ,अबार्शन या मिसकैरिज
के बाद माँ को Anti-D immunoglobin का इंजेक्शन दिया जाता हैं |