26 June 2012

VICHAR

                                ********विचार वा भावनाएं *********
प्रेम जीवन की सकारात्मक शक्ति हैं |प्रेम ही हर सकारात्मक और अच्छी चीज की बुनियादी वजह हैं |जीवन में एक ही सकारात्मक शक्ति हैं -प्रेम |
गुरुत्वाकर्षण एवं विद्युत-चुम्बकत्व जैसी प्राकृतिक शक्तियों की भांति  प्रेम की शक्ति भी हमे नही दिखाई पढ़ती |प्रेम की शक्ति गुरुत्वाकर्षण या विद्युतचुम्बकत्व या किसी भी प्राकृतिक शक्ति से ज्यादा शक्तिशाली हैं |
मानव हृदय केप्रेम की बदौलत ही हर खोज,अविष्कार और सृजन का होना संभव हुवा हैं |अपने चारो ओर  नजर डालें ,आपको जो भी मानव निर्मित चीज दिखती हैं उसका आस्तित्व प्रेम के अभाव में संभव ही नही था |
समानता से समानता आकर्षित होती हैं ,जीवन में हम जो देते हैं हमे वही वापस मिलता हैं |हमने आज तक अपने जीवन में जो भी  दिया हैं हमे वही वापस मिल रह हैं |


सकारात्मकता देंगे तो सकारात्मकता वा अच्छी चीजों से भरा जीवन मिलेंगा ,नकारात्मकता देंगे तो बदले  में नकारात्मक चीजे मिलती हैं ,
सवाल यह हैं की हम सकारात्मक या नकारात्मक चीजे देते कैसे हैं ?
*****अपने विचारों वा भावनाओं द्वारा *******

हर पल सकारात्मकता देना हैं -
विचारों और भावनाओं द्वारा ..........
क्यूंकि जीवन में जो लोग,परिस्थितियाँ या भावनाएं आती हैं ,वे विचारों या भावनाओं द्वारा ही हमारे ओर आकर्षित होती हैं |
उदाहरण:
१]यदि हम किसी व्यक्ति की मदद करते हैं तो हम देखतें हैं की हमे भी चारो ओर से मदद मिलने लगी हैं |
२]यदि परिवार में किसी सदस्य पर क्रोधित होतें हैं तो तो वह क्रोध जीवन की नकारात्मक परिस्थितियों के रूप में लौटता हैं |
हम विचारों वा भावनाओं से विचारों का सृजन कर रहें हैं ,हम जो भी सोचते और करते हैं ,उसी से हमारे जीवन की हर घटना,हर परिस्थिति वा हर अनुभव का निर्माण होता हैं |
उदाहरण :
१] अगर मैं यह सोचू और महसूस करूं की मेरा जीवन बेहतरीन हैं ,तो मैं ऐसे लोगों ,परिस्थितियों और घटनाओं को आकर्षित करूँगा ,जो मेरे जीवन को सचमुच बेहतरीन बना देंगे
हम एक चुम्बक हैं
हम जैसे विचार और भावनाओं को देंगे वैसे ही को आकर्षित करेंगे |
उदाहरण:
१]यदि मैं धन -दौलत के बारें में सकारात्मक विचार और भावनाओं तो मैं चुम्बक की भांति उन सकारात्मक परिस्थितियो ,लोगों और घटनाओं को आकर्षित करूँगा,जिनकी बदौलत जीवन में ज्यादा धन आयेंगा |
आकर्षण का नियम सदैव कार्य करता ही रहता हैं |इस बात से कोई फर्क नही पढ़ता हैं की मेरी भावनाएं अच्छी हैं या बुरी|वे उतनी ही सटीकता से मेरी ओर वापस आएँगी जैसी फोटो कापी मशीन ,कागज की फोटोकापी करता हैं |

*********विचार**********
अपनी पूरी विचार-शक्ति उन वस्तुओ पर केंद्रित करना हैं ,जो हमे  प्रिय हैं और जो हमें  चाहियें|हमें  केवल  दिन भर हुयी अच्छी बातों एवं घटनाओं के बारें में ही बात करनी हैं ,बार बार बताना हैं की हमे समय पर पहुचना कितना अच्छा लगाता हैं |पूरी तरह स्वास्थ्य रहना कितना अच्छा हैं |
हम लोग अपने जीवन में जो भी प्रिय चीजे लाना चाहतें हों,केवल उन्ही प्रिय चीजों के बारें में ही बातें करनी चाहियें |
********भावनायें***********
यदि विचार वा शब्द अंतरिक्षयान हैं तो भावनाएं उसकी ईधन|अंतरिक्षयान एक स्थिर वाहन हैं जो ईधन से चलता हैं |विचार एवं शब्द वे वाहण हैंजो भावनाओं के बिना कुछ नही कर सकतें क्यूंकि भावनाओं से ही उन्हें शक्ति मिलती हैं |
**********एहसास ********
एहसास इस बात का सटीक पैमाना और प्रतिबिम्ब हैं की आप उस पल क्या दें रहे हैं |जब आप अच्छा महसूस करतें हैं तो आपको किसी भी चीज की चिंता करने की जरूरत नही हैं क्यूंकि आपके विचार वा शब्द वा कार्य अच्छे होंगे|सिर्फ अच्छा एहसास होने पर ही आप प्रेम दे सकते हैं ,और इस बात की पक्की गारंटी हैं की वह प्रेम आपकी तरफ कई गुणा होके लौटेंगा |
-अजय यादव

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