यह वर्ष जीवन का सबसे खास वर्ष होंगा !
आईये ...एक गुलाब का फूल लेते हैं ,घुमा -फिरा के देखियें ,इसकी खूबसूरती ,इसकी नजाकत ,इसकी सम्पूर्णता |यह हमेशा सम्पूर्ण होता हैं |हम भी इसी तरह से सम्पूर्ण हैं|कुछ भी पा सकतें हैं ,मनचाहा जीवन जी सकते हैं ....बुलंदियो के शिखर पर आशियाँ बना सकते हैं ,कुछ खास नही करना हैं बस सजग रहना हैं ,ज्यादातर समय हम क्या सोचतें हैं ?जो हमे चाहिए ..या जो हमे नही चाहिए ...??
सही कहा आपने ..हम ज्यादातर समय 'जो हमे नही चाहिए ,वही सोचते हैं' |विजुलायिजेशन या रिलैक्सेशन से,या प्रेरक पुस्तको के जरियें हम खुद में प्रेरणा का झरना फूटता देखना चाहते हैं ,किन्तु अपने विचारो में परिवर्तन लाना थोडा कठिन महसूस करतें हैं |
हम जिस लक्ष्य को चाहतें हैं ,अगर सिर्फ उसी के बारें में लगातार सोचतें हैं और उसी से सम्बन्धित कार्यों में लगातार लगें हैं, तो हम अपनी कार्यक्षमता/दक्षता से काफी आगे निकल कर खुद को चौंका देते हैं ,वैसे भी हमारी क्षमता की सीमा भी खुद हमारे द्वारा निर्मित होती हैं |एक single most important goal और absolute total committment हमेशा सर्वश्रेष्ठता के शिखर तक ले जाता हैं |समय ,उर्जा ,धन हर संदर्भ में फोकस खुद ब खुद बनता जाता हैं |
'हम अपने भीतर केवल वही कमेंट्री चलने देंगे ,जो हमारे लक्ष्यों से शत प्रतिशत सामंजस्य में हों ,और लक्ष्य प्राप्ति में सहायक हों|जीवन में कुछ भी इतना महत्वपूर्ण नही हैं ,जितना यह लक्ष्य |इस लक्ष्य को मैं हर हाल में प् कर ही रहूँगा' ऐसे संकल्प करना,कमिटमेंट बढ़ाता हैं |कब तक आप 'विषम परिस्थितियों में बेहतर करने की कोशिश' वाली आदत से जुड़े रहोंगे |हर अनुकूल या प्रतिकूल परिस्थिति या माहौल में बेस्ट करने की आदत डालनी होंगी ,'बिना किसी उपाधि के,जीवन का नेतृत्त्व' करना होंगा ...जीवन की हर शै में अपनी मूलभूत आदत 'जिन्दादिली' और 'निरंतर विकास' का दामन थामे रहना हैं |
"नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं"
-अजय यादव
ये बात सही है की लक्ष्य अगर मन में रहे हमेशा तो उसे प्राप्त करना आसां हो जाता है ...
ReplyDelete२०१४ की हार्दिक मंगाक कामनाएं ...