एक देश की अपनी सीमाओं के
भीतर की सुरक्षा आंतरिक सुरक्षा है देश अपने अधिकार क्षेत्र में शांति कानून
व्यवस्था तथा देश की प्रभुसत्ता को सुनिश्चित करता है आंतरिक सुरक्षा की
जिम्मेदारी पुलिस एवं सहयोगी रूप में राष्ट्रीय शासक बलों की होती है साथ ही गृह
मंत्रालय आंतरिक मामलों का मंत्रालय होता है
आंतरिक सुरक्षा के कुछ
अवयव निम्न हैं-1)
देश में आंतरिक शांति
स्थापना
2) कानून व्यवस्था बनाए रखना,
3)
देश की सीमाओं की अखंडता एवं आंतरिक प्रभुसत्ता का संरक्षण
4) संविधान का पालन
5) शांतिपूर्ण सह अस्तित्व सांप्रदायिक सद्भाव
6) विधि का कानून और कानून के समक्ष एकरूपता
स्वतंत्रता के बाद से ही भारत नक्सलवाद, धार्मिक कट्टरता, एवं नृजातीय संघर्ष ,भ्रष्टाचार, मादक द्रव्य व्यापार मनी लांड्रिंग, आतंकवाद, संगठित अपराध ,भाषाई उपद्रव आदि से जूझ रहा है इन समस्याओं के लिए समाधान
के लिए अपने सुरक्षा चक्र को निरंतर अपडेट करने की आवश्यकता बनी है ,इसी संदर्भ में आंतरिक सुरक्षा की कमियों को
रेखांकित किया जा सकता है1)
आंतरिक सुरक्षा के मामले
में पुलिस व्यवस्था सर्वाधिक महत्वपूर्ण अंग है परंतु पुलिस सुधार उपेक्षित स्थिति
में है साथ ही अलग राज्य अलग प्रावधान की समस्या अलग से है police Mein
vyapt Bhrashtachar vah sangathit Apradh chunauti Bane hue hain .2)
उग्रवाद आतंकवाद धार्मिक कट्टरता जैसी गंभीर समस्याओं का सामना करने के बावजूद bavjud Bhi Koi दीर्घकालिक रणनीति नहीं
दिखती, कोई राजनीतिक इच्छाशक्ति
जिनके बिना इन समस्याओं पर काबू पाना दुष्कर है
3)
सुरक्षा मामले में नित नई
नई चुनौतियां आती है जिन पर तात्कालिक कार्य विधियों की आवश्यकता होती है नई
चुनौतियों के लिए सुरक्षा प्रबंधन में बदलाव करना होगा परंतु इतनी जटिलता के
बावजूद नहीं बदलाव किए गए और ना ही उसे सार्वजनिक आंतरिक सुरक्षा की चुनौतियों से लड़ने के लिए निम्न प्रयास किए गए
1)
उग्रवाद से लड़ने हेतु समाधान
की कार्य योजना जिसमें
राजनीति, प्रशिक्षण, प्रौद्योगिकी ,वित्तपोषण मानकीकरण ,नेतृत्व, प्रोत्साहन ,राजनीति, जैसे 8 प्रमुख बिंदु है
2)
कुछ राज्य पुलिस को
आधुनिक हथियार एवं शिक्षण तकनीक से लैस कर रहे हैं
3)
लोगों की पुलिस तथा कानून
के प्रति जागरूकता बढ़ाना भारत जैसे विशाल जनसंख्या वाले देश में गरीबी और बेरोजगारी इन चुनौतियों के मूल मेंहैं , राजनीतिक दलों से जुड़े अवसरवादी लोगों से प्रेरित उन्मादी भीड़ पुलिस प्रशासन पर हमले कर देती है ।कई बार कट्टर लोग हिंसक हो जाते
हैं पंजाब के पटियाला में निहंग सिखो द्वारा
किया गया ताज़ातरीन उदाहरण हैंभारत सरकार को एक समग्र सुरक्षा योजना एक आवश्यकता है इसमें पुलिस का
आधुनिकीकरण सशक्त साइबर सुरक्षा सेल सोशल मीडिया को नियंत्रित व निगरानी की जरूरत
है संगठित अपराधों के लिए नियंत्रण व निवारण के लिए स्पष्ट कार्य योजना
हो यूपीकोका ओम मकोका की तर्ज पर कठोर
कानून बनाने की आवश्यकता है
Dr. Ajay Yadav
नमस्ते,
ReplyDeleteआपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" में गुरूवार 16 अप्रैल 2020 को साझा की गयी है......... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
सादर अभिवादन,धन्यवाद |
Deleteमेरे लिए उत्साहवर्धक |
व्वाहहहहहह
ReplyDeleteवृहद जानकारियाँ
सादर...
Sadar प्रणाम।
Deleteवर्षो पहले आपको जागरण जंक्सन पर पढ़ता था,
Deleteफिर 2013 के बाद ब्लॉगिंग छूट गयी,ब्लॉग पढ़ना और लिखना दोनों ही।अब फिर से शुरू।
आपकी हर रचना हमे अच्छी लगती हैं,ब्लॉग पर आने के लिए धन्यवाद मैम।
जानकारी युक्त सार्थक पोस्ट।
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