11 February 2016

Pregnancy and Conception


मित्रो ! अपना जीवन साथी कैसे चुने ?के लिखने के बाद अब प्रेग्नेंसी पर एक विस्तृत लेख माला प्रस्तुत करने जा रहा हूँ |अपने विचारो प्रश्नों से अवगत कराते रहियेंगा|

  मातृत्व की तैयारी -2 

हर स्त्री को अपने मासिक धर्म आने के दिन को कैलेंडर या डायरी में नोट कर लेना चाहियें ,अपने Ovulation अर्थात most fertile period के बारे में सजग रहना चाहियें,क्यूंकि प्रेग्नेंसी की गणना पिछले मासिक धर्म के पहले दिन से की जाती हैं |

Ovulation

हर महीने अनेक Follicles में Eggs बनते हैं |सामान्यता एक Follicle का चयन पूर्ण विकास (परिपक्वन)के लिए होता हैं ,इसे Dominant Follicle कहते हैं |यह Dominant Follicle फट कर ओवरी से egg को मुक्त करता हैं {ovulation},ovulation का समय ,स्त्री के पिछले मासिक धर्म के दो हफ्ते या १४ दिन के बाद का होता हैं |

Preparations of Corpus Leuteum

      Ovulation के पश्चात ,फटी हुयी follicle,corpus leuteum नामक संरचना में परिवर्तित हो जाती हैं |कार्पस ल्युटीयम(corpus leuteum) से 2 हारमोन निकलते हैं –प्रोजेस्ट्रोन और इस्ट्रोजेन |प्रोजेस्ट्रोन Endometrium(यूटरस की परत )बनने में हेल्प करता हैं ताकि भ्रूण इम्प्लांट हो सकें |

Fate of the egg (ovum)

          Egg,फिर Fallopian tube में जाता हैं|वहाँ यह तब तक रहता हैं जब तक स्पर्म द्वारा फर्टिलाइजेशन नही हो जाता ,सामान्यता Ovulation के 24 घंटो बाद egg का fertilization हो जाता हैं |

मासिक धर्म(Menstrual Cycle)

        यदि कोई भी स्पर्म Egg को Fertilize नही करता हैं ,तो कार्पस ल्युटीयम  नष्ट हो जाती हैं ,जिससे हारमोनो का स्तर घट जाता हैं ,इसके कारण Endometrium नष्ट होने लगती हैं और बाहर आ जाती हैं जिससे मासिक धर्म आना कहते हैं इसे बहुधा “Weeping of Uterus” भी कहते हैं क्यूंकि fertilization नही होता हैं |

Fertilization एवं सेक्स निर्धारण –

जब स्पर्म Egg को Penitrate करता हैं ,तो Egg के चारो ओर की प्रोटीन स्तर में परिवर्तन आ जाता हैं ,जिससे अन्य  स्पर्म प्रवेश नही कर पातें फर्टिलाइजेशन के समय ही बच्चे की अनुवांशिक रूपरेखा एवं लिंग निर्धारण पूर्ण हो जाता हैं |MOTHER से XX तथा FATHER से XY क्रोमोसोम आते हैं ,यदि माँ का X क्रोमोसोम पिता के Y से जुड़ता हैं तो संतान XY अर्थ लड़का होंगा ,यदि माँ का X क्रोमोसोम पिता के X क्रोमोसोम से जुड़ता हैं तो XX अर्थात लड़की होंगी ,इस प्रकार से लड़का/लड़की होने के लिए पिता के क्रोमोसोम जिम्मेदार हैं |


4 comments:

  1. आपकी यह उत्कृष्ट प्रस्तुति कल शुक्रवार (12.02.2016) को "विचार ही हमें बदल सकते हैं" (चर्चा अंक-2250)" पर लिंक की गयी है, कृपया पधारें और अपने विचारों से अवगत करायें, वहाँ पर आपका स्वागत है, धन्यबाद।

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद सर जी|

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  2. एक जरुरी जानकारी...

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  3. जानकारी भरी उपयोगी पोस्ट । हिन्दी में इतनी अंदर की बातें कम ही देखने को मिलती हैं । आभार ।

    मेरी २००वीं पोस्ट में पधारें-

    "माँ सरस्वती"

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