16 May 2020

पुनर्जागरण :विश्व इतिहास

पुनर्जागरण
                                       पुनः जागना
 विश्व इतिहास को तीन भागों में बांटा जा सकता है


  1.  प्राचीन विश्व( आरम्भ  से पांचवी सदी)  
  2. मध्यकालीन विश्व( अभी से 16 वी  सदी)
  3.  आधुनिक विश्व (16 वी सदी  अब तक)
 रोमन साम्राज्य दो प्रशासनिक केंद्र 
1)पश्चिमी राजधानी रोम                            
 2) पूर्वी राजधानी कुस्तुनतुनिया (तुर्की)
  •  लौकिक  जीवन पर बल दिया जाता था 
  • मानव केंद्र में था 
  • मानव के तर्क एवं विवेक पर बल दिया गया  था 
  • मानव के चिंतन की स्वतंत्रता धर्म के बंधन से मुक्त 
  • मानव स्वतंत्र धार्मिक शोषण के विरुद्ध आवाज उठाने लगा
  • मानव पुनर्जागरण
  पुनर्जागरण के कारण
1) धर्म युद्ध ईसाई vs इस्लाम
 परिणाम 1) 
  • ईसाई धर्म के पॉप ने  अपने सेना को विजय होने का आशीर्वाद दिया था
  •  किंतु धर्म युद्ध में इस तरह की पराजय हो गई 
  • अतः धर्म की सत्ता के प्रति संशय पैदा हुआ
  •  अधर्म की पकड़ से मानव मुक्त होने लगा 
  • मानव के तर्क विवेक को प्रोत्साहन मिला
2) युद्ध में सामंतों का धन एवं बाल समाप्त होने लगा
  •  सामंतवाद का पतन 
  • धार्मिक गतिशीलता बढ़ने लगी
  •  पुनर्जागरण चेतना का विकास हुआ 
3)कुस्तुनतुनिया पर इस्लाम के अनुयायियों का नियंत्रण
  •  अतः भूमध्य सागरी व्यापार बाधित हुआ 
  • अतः नए मार्ग की जिज्ञासा 
  • आवश्यकता बड़े भौगोलिक खोजों को प्रोत्साहन मिला
  •  कोलंबस /वास्कोडिगामा अपने अपने मिशन पर निकल गए 
  • अन्य को भी प्रेरणा मिली 
  • साहस एकता का विकास
2) कुस्तुनतुनिया का पतन
  •  कुस्तुनतुनिया पर इस्लाम का नियंत्रण
  •  अतः यहां मौजूद यूरोपी विद्वान कलाकार भागकर निकट के क्षेत्र में पहुंचे 
  • वे अपने साथ ग्रीक एवं लेकिन साहित्य भी ले गए
  •  इसमें प्राचीन रोमन साम्राज्य की मानवतावादी लौकिक  चेतना की प्रवृत्तियां वर्णित  थी
  • अतः  इन ग्रंथों का ज्ञान होने लगा 
  • और अतीत से  प्रेरित होकर वर्तमान को बदलने का भाव/ प्रेरणा पैदा हुए
  •  अतः मानव  की क्षमता और तर्क विवेक को प्रोत्साहन मिला 
  • इससे पुनर्जागरण चेतना का उदय हुआ|
3) प्रिंटिंग प्रेस का विकास
  •  धार्मिक एवं वैज्ञानिक चिंतन का प्रचार होने लगा 
  • अतः  बाइबल का अनुवाद  स्थानीय भाषा में होने लगा
  •  अब ज्ञान सर्व सुलभ हो गया
  •  अतः  'बाइबल में ऐसा लिखा है कह कर' 
  • लोगों को गुमराह नहीं किया जा सकता
  •  मानव धर्म के माध्यम से मुक्त होने लगा
  •  पुनर्जागरण चेतना का उदय हुआ

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